covid-19 ka janam kaha hua or ye kaise faila
कोरोना वायरस का जनम दाता कौन है और इसका विकास कैसे हुआ ?
आज से तकरीबन १८ साल पहले चाइना के एक राज्य जिसका नाम है [ GWANCHO ] में एक नई जान लेवा बीमारी का जन्म हुआ ,उस बीमारी को वैज्ञानिकोंने एक नाम दिया ,चूँकि बिम्बिमारी भी नई थी ,बीमारी का नाम [ SARS] फुल फ्फोर्म में कहें तो Severe acute respiratory syndrome रखा गया | आसान शब्दों में कहे तो एक ऐसी महामारी जो की जीवों को सांस लेने में बोहुत बड़ा तकलीफ़ का कारण बनती है बहुत सारी कोशिशऔर मेहनत के बाद इसकी छानबीन से ये बात निकल कर सामने आयी ,की ये बीमारी [SARS ] सार्स आसान शब्दों में कोरोना वायरस का जन्म दाता है ,जो की शुरू तो जानवरों से ही होता है ,लेकिन इंसान के जानवरों के साथ कुछ निकटतम संबंध जैसे की घर में कुत्ते,बिल्ली पालना मांस मछली का सेवन करना इत्यादि ऐसे कारण बन गए की वो भी इस बीमारी से ज्यादा दिनों तक बच पाने में असमर्थ रहे || इस बीमारी से क्या नुक्सान हुआ
उस समय यह वायरस कुछ ही दिनों में लगभग २८ देशों फ़ैल गया था , जिसमे की दस हज़ार से भी ज्यादा लोग इस की चपेट में आ गए ,और मृत्यु दर भी लगभग १०% यानी की १००० लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा हर जगह लोग बस यही उम्मीद लगाये बैठे थे की कब इस महामारी का सटीक उपाय होगा तो इसका टीका क्यों नहीं बना उस समय दुनिया के कई बड़े देश जैसे की [अमेरिका ,रूस ,यूरोप, चाइना ]के वैज्ञानिकों ने इस महामारी का टीका तैयार करने का प्रोस्सेस बड़े ही जोर शोर से शुरू कर दिया ,फिर भी टीका न बन पाने का कारण मात्र यही है की ,कुछ समय बाद यह बीमारी अपने आप ही कुछ धीमी सि पड़ गयीऔर लगभग उस पर नियमित दवाइयों से कंट्रोल पा लिया गया || तभी इस कोरोना की दवा पर जो काम चल रहा था उसे बिना किसी नतीजे पर पहुचे ,ये सोच कर बंद कर दिया गया की अब तो इस की कोई जरुरत ही नहीं है ,अब जब फिर १८ साल बाद इस बीमारी ने नया अवतार लिया जो कि [ covid-19] के नाम से जाना जाता है ,इसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है ||
कोरोना वायरस से बचने का उपाय
दोस्तों अब इस बीमारी का टीका अब हमारे भारत देश के वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों के बाद सफलता द्वारा बना लिया गया है ,जो की १६/०१/२०२१ से भारत के कई राज्यों में प्रशाशन की देख रेख में इस का टिका कारण चालू कर दिया है ,,इसे किस प्रकार सब के पास पहुचाया जायेगा और क्या क्या नियम कायदे हैं जिनका हमें पालन करना होगा ,ये सब जानकारी मैं आप को अगले आर्टिकल में देने की कोशिश करूँगा ||| दोस्तों मै आशा करता हूँ की मेरा ये पोस्ट पढ़ कर आप को अपने सवालों के जवाब मिल गए होंगे,कृपया मेरे पोस्ट को लाइक ,शेयर और फॉलो कर लीजिये, इसी आशा के साथ आप से विदा लेता हूँ||| धन्यवाद .......
आज से तकरीबन १८ साल पहले चाइना के एक राज्य जिसका नाम है [ GWANCHO ] में एक नई जान लेवा बीमारी का जन्म हुआ ,उस बीमारी को वैज्ञानिकोंने एक नाम दिया ,चूँकि बिम्बिमारी भी नई थी ,बीमारी का नाम [ SARS] फुल फ्फोर्म में कहें तो Severe acute respiratory syndrome रखा गया | आसान शब्दों में कहे तो एक ऐसी महामारी जो की जीवों को सांस लेने में बोहुत बड़ा तकलीफ़ का कारण बनती है बहुत सारी कोशिशऔर मेहनत के बाद इसकी छानबीन से ये बात निकल कर सामने आयी ,की ये बीमारी [SARS ] सार्स आसान शब्दों में कोरोना वायरस का जन्म दाता है ,जो की शुरू तो जानवरों से ही होता है ,लेकिन इंसान के जानवरों के साथ कुछ निकटतम संबंध जैसे की घर में कुत्ते,बिल्ली पालना मांस मछली का सेवन करना इत्यादि ऐसे कारण बन गए की वो भी इस बीमारी से ज्यादा दिनों तक बच पाने में असमर्थ रहे ||
उस समय यह वायरस कुछ ही दिनों में लगभग २८ देशों फ़ैल गया था , जिसमे की दस हज़ार से भी ज्यादा लोग इस की चपेट में आ गए ,और मृत्यु दर भी लगभग १०% यानी की १००० लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा हर जगह लोग बस यही उम्मीद लगाये बैठे थे की कब इस महामारी का सटीक उपाय होगा तो इसका टीका क्यों नहीं बना उस समय दुनिया के कई बड़े देश जैसे की [अमेरिका ,रूस ,यूरोप, चाइना ]के वैज्ञानिकों ने इस महामारी का टीका तैयार करने का प्रोस्सेस बड़े ही जोर शोर से शुरू कर दिया ,फिर भी टीका न बन पाने का कारण मात्र यही है की ,कुछ समय बाद यह बीमारी अपने आप ही कुछ धीमी सि पड़ गयीऔर लगभग उस पर नियमित दवाइयों से कंट्रोल पा लिया गया || तभी इस कोरोना की दवा पर जो काम चल रहा था उसे बिना किसी नतीजे पर पहुचे ,ये सोच कर बंद कर दिया गया की अब तो इस की कोई जरुरत ही नहीं है ,अब जब फिर १८ साल बाद इस बीमारी ने नया अवतार लिया जो कि [ covid-19] के नाम से जाना जाता है ,इसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है ||
कोरोना वायरस से बचने का उपाय
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दोस्तों अब इस बीमारी का टीका अब हमारे भारत देश के वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों के बाद सफलता द्वारा बना लिया गया है ,जो की १६/०१/२०२१ से भारत के कई राज्यों में प्रशाशन की देख रेख में इस का टिका कारण चालू कर दिया है ,,इसे किस प्रकार सब के पास पहुचाया जायेगा और क्या क्या नियम कायदे हैं जिनका हमें पालन करना होगा ,ये सब जानकारी मैं आप को अगले आर्टिकल में देने की कोशिश करूँगा ||| दोस्तों मै आशा करता हूँ की मेरा ये पोस्ट पढ़ कर आप को अपने सवालों के जवाब मिल गए होंगे,कृपया मेरे पोस्ट को लाइक ,शेयर और फॉलो कर लीजिये, इसी आशा के साथ आप से विदा लेता हूँ||| धन्यवाद .......
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